In the universe of Sad Shayari, Bewafa Shayari is quite well-known. When someone is cheated in love, he or she frequently uses a Hindi Bewafa Shayari to express their feelings. If you're looking for some New Bewafa Shayari, we've compiled a list of the best Infidelity Shayari, Sad Bewafa Shayari, and Bewafa Sanam Shayari in this page for you to read or share. 'Bewafa Shayari In Hindi' is also a result of love, read the selected words of the poets
Bewafa Shayari
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Bewafa Shayari |
बेवफाई करके निकलूँ तो वफ़ा कर जाऊंगा,
शहर को हर ज़ायके से आशना कर जाऊंगा,
तो भी ढूढ़ेगा मुझे शौक-ए-सजा में इक दिन,
मैं भी कोई खूबसूरत सी खता कर जाऊंगा।
वफा तुमसे न होगी...
एक तुम हो कि वफा तुमसे न होगी, न हुई,
एक हम कि तकाजा न किया है, न करेंगे।
बेवफ़ाओं का ऐलान...
मोहब्बत की राहों का अंजाम यही है,
ग़म को अपना लो बस पैगाम यही है,
इस शहर में मोहब्बत ढूंढे न मिलेगी,
हाँ बेवफ़ाओं का तो ऐलान यही है।
वो खुश है बिछड़ कर...
वो खुश है बिछड़ कर मुझसे,
ऐ दुनिया बेवफ़ा न कह उसको।
कहानियां बेवफाओं की...
तुम भी न बन जाना कहीं
मज़मून किसी किताब का,
बड़े शौक से पड़ते हैं लोग
कहानियां बेवफाओं की।
हिंदी में बेवफाई शायरी
अपनी ही एक ग़ज़ल से कुछ यूँ ख़फ़ा हूँ मैं
ज़िक्र था जिस बेवफ़ा का, वही बेवफ़ा हूँ मैं।
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Bewafa Shayari |
महफ़िल ना सही तन्हाई तो मिलती है,
मिलें ना सही जुदाई तो मिलती है,
प्यार में कुछ नहीं मिलता..
वफ़ा न सही बेवफाई तो मिलती है।
हसीनो ने हसीन बनकर गुनाह किया,
औरों को तो क्या हमको भी तबाह किया,
पेश किया जब ग़ज़लों में हमने उनकी बेवफ़ाई को,
औरों ने तो क्या उन्होने भी वाह-वाह किया।
कभी जो हम से प्यार बेशुमार करते थे,
कभी जो हम पर जान निसार करते थे,
भरी महफ़िल में हमको बेवफा कहते हैं,
जो खुद से ज़्यादा हमपर ऐतबार करते थे। ?
बेवफा पर शायरी
उसके चेहरे पर इस क़दर नूर था,
कि उसकी याद में रोना भी मंज़ूर था,
बेवफा भी नहीं कह सकते उसको ज़ालिम,
प्यार तो हमने किया है वो तो बेक़सूर था।
यू तो कोई तन्हा नहीं होता,
चाह कर किसी से जुदा नहीं होता,
मोहब्बत को मजबूरियां ले डूबती है,
वरना ख़ुशी से कोई बे वफ़ा नहीं होता!
चलो मान लेता हुँ के..
मुझे मोहब्बत करनी नहीं आती,
लेकिन आप तो ये बताओ..
आप को दिल तोडना किसने सीखाया। ?
जिस कदर तुमने भुला रखा है कभी सोचना,
हम सब छोड़कर निकले थे एक तेरी मोहब्बत के लिये! ?
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Bewafa Shayari |
बेवफा शायरी इन हिंदी
उन्हो ने अपने लबो से लगाया और छोड़ दिया,
वे बोले इतना जहर काफी है तेरी कतरा कतरा मौत के लिए! ?
दिल दुखाने का काम छोड़ दो,
मेरे नाम कोई तो पैगाम छोड़ दो,
वफ़ा कर नहीं सकते तो ना ही सही,
लेना महफिल में मेरा नाम छोड़ दो! ?
तुमने ही बदले दिए सिलसिले अपनी वफाओं के,
वरना हम तो आज भी तुम से अज़ीज़ कोई नही। ?
दुनियाँ को इसका चेहरा दिखाना पड़ा मुझे,
पर्दा जो दरमियां था हटाना पड़ा मुझे,
रुसवाईयों के खौफ से महफिल में आज,
फिर इस बेवफा से हाथ मिलाना पड़ा मुझे। ?
हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने,
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने,
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला,
बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने। ?
मैंने प्यार किया बड़े होश के साथ,
मैंने प्यार किया बड़े जोश के साथ,
पर हम अब प्यार करेंगे बड़ी सोच के साथ,
क्योंकि कल उसे देखा मैंने किसी और के साथ! ? ? ?
ज़िंदगी से बस यही एक गिला है,
ख़ुशी के बाद न जाने क्यों गम मिला है,
हमने तो की थी वफ़ा उनसे जी भर के..
पर नहीं जानते थे कि वफ़ा के बदले बेवफाई ही सिला है। ?
इजाज़त हो तो तेरे चहेरे को देख लूँ जी भर के..
मुद्दतों से इन आँखों ने कोई बेवफा नहीं देखा।
काश कि हम उनके दिल पे राज़ करते,
जो कल था वही प्यार आज करते,
हमें ग़म नहीं उनकी बेवफाई का,
बस अरमां था कि...
हम भी अपने प्यार पर नाज़ करते।
आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं,
उनके खतो को पानी में बहाकर आए हैं,
कोई निकाल न ले उन्हें पानी से..
इस लिए पानी में भी आग लगा कर आए हैं।
गहराई प्यार में हो तो बेवफाई नहीं होती,
सच्चे प्यार में कहीं तन्हाई नहीं होती,
मगर प्यार ज़रा संभल कर करना मेरे दोस्त,
प्यार के ज़ख्म की कोई दवा नहीं होती।
मत रख हमसे वफा की उम्मीद ऐ सनम,
हमने हर दम बेवफाई पायी है,
मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान,
हमने हर चोट दिल पे खायी है।
उन्हें एहसास हुआ है इश्क़ का हमें रुलाने के बाद,
अब हम पर प्यार आया है दूर चले जाने के बाद,
क्या बताएं किस कदर बेवफ़ा है यह दुनिया,
यहाँ लोग भूल जाते हैं किसी को दफनाने के बाद।
ऐ दोस्त कभी ज़िक्र-ए-जुदाई न करना,
मेरे भरोसे को रुस्वा न करना,
दिल में तेरे कोई और बस जाये तो बता देना,
मेरे दिल में रहकर बेवफाई न करना।
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Bewafa Shayari |
Bewafa Shayari For Girls
Phir Niklenge Talash-E-Mohabbat Ke Liye,
Koi Bewafa Na Mile Dua Karna Doston.
फिर निकलेंगे तलाश-ए-मोहब्बत के लिए,
कोई बेवफा न मिले दुआ करना दोस्तों।
Hindi Shayari Bewafa, Koi Bewafa Na Mile Dua Karna
Koi Bhi Nahin Yahan Apna Hota,
Is Duniya Ne Ye Sikhaya Hai Hamko,
Uski Bewafai Ka Na Charcha Karna,
Aaj Dil Ne Ye Samjhaya Hai Hamko.
कोई भी नहीं यहाँ अपना होता,
इस दुनिया ने ये सिखाया है हमको,
उसकी बेवफाई का ना चर्चा करना,
आज दिल ने ये समझाया है हमको।
Uske Yun Tark-E-Mohabbat Ka Sabab Hoga Koi,
Je Nahi Ye Manta Wo Bewafa Pahle Se Tha.
उसके यूँ तर्क-ए-मोहब्बत का सबब होगा कोई,
जी नहीं ये मानता वो बेवफ़ा पहले से था।
Wafa Ke Naam Se Wo Anajaan The,
Kisi Ke Bewafai Se Shayad Pareshaan The,
Hamane Wafa Deni Chahi To Pata Chala,
Ham Khud Bewafa Ke Naam Se Badnaam The.
वफ़ा के नाम से वो अनजान थे,
किसी की बेवफाई से शायद परेशान थे,
हमने वफ़ा देनी चाही तो पता चला,
हम खुद बेवफा के नाम से बदनाम थे।
Ye Shayari Ke Mahfil Bani Hai Aashiqon Ke Liye,
Bewafaon Ke Kya Aukaat Jo Shabdon Ko Tol Sake.
ये शायरी की महफ़िल बनी है आशिकों के लिये,
बेवफाओं की क्या औकात जो शब्दों को तोल सके।
कभी करीब तो कभी जुदा है तू,
जाने किस-किस से खफा है तू,
मुझे तो तुझ पर खुद से ज्यादा यकीं था,
पर ज़माना सच ही कहता था कि बेवफ़ा है तू।
हम आ गए हैं तह-ए-दाम तो नसीब अपना,
वरना उस ने तो फेंका था जाल वैसे ही।
कभी बेवफा लोगो की
तारीफ भी कर दो
इतना प्यार किया था
तो इज़हार भी कर दो
फिर एक दफा उस प्यार को
याद भी कर लो।
अपने हुस्न पर नाज़ करना उसका गुरूर हैं,
हर दिन नया आशिक़ बनाना उसका सुरूर हैं,
मेरा दिल उसके बेवफाई पर भी फितूर हैं,
अब तुम्ही बताओ यारो इसमें मेरा क्या कसूर हैं।
जो ज़िंदगी है वो ज़िंदगी मे नही हैं
जिसका इबादत करूँ वो बंदगी में नही हैं
लगता इश्क़ का उसूल ही यही हैं,
यहाँ दिल से जो चाहता हैं वही दिल्लगी में नही हैं।
दिल है पर धड़कना नही जानता,
आशिक़ है पर इश्क़ करना नही चाहता,
मैंने ही गलती कर दी उससे प्यार करके,
क्योंकि मेरा दिल जिसे चाहता है वो छोड़ना नही जानता।
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Bewafa Shayari |
Dard Bhari Bewafa Shayari
उसके शहर में प्यार के मेले हैं,
उसकी बेवफाई के हर दर्द झेले हैं,
मेरे इश्क़ का तग़ज़ा तो देखो,
उसे पाने के खातिर मौत के खेले भी खेले हैं।
वफ़ा के समंदर से बेवफाई का साहिल अच्छा है,
मरहम कितना भी लगाओ ज़ख्म अभी कच्चा हैं,
ये मुक़ामल इश्क़ की कहानियां मुझे मत सुना,
इश्क़ के राह में अभी छोटा बच्चा हैं।
मजबूरी में जब कोई जुदा होता हैं,
जरूरी नहीं की वो बेवफा होता हैं,
देकर वो आपकी आँखों में आँशु
अकेले में आपसे ज्यादा रोता हैं…
एक वक्त पर जाकर ये,
महसूस होता है की,
बेहतर होता अगर हम,
कुछ लोगो से मिले ही न होते।
मत रखना उम्मीद इस,
दुनिया में हमदर्दी की,
बड़े प्यार से जख्म देते हैं,
शिद्दत से चाहने वाले।
आँशु मुस्कुराहट से ज्यादा खास होती हैं,
क्योंकि मुस्कुराहट तो हर किसी के लिए होती हैं,
मगर आँशु उनके लिए होती हैं
जिन्हें हम खोना नही चाहते।
मोहब्बत का नतीजा,
दुनिया मे हमने बुरा देखा हैं,
जिन्हें दावा था वफ़ा का,
उन्हें भी हमने बेवफा देखा हैं,
ना मैं तुझे खोना चाहता हूँ,
ना मैं तेरी याद में रोना चाहता हूँ,
जब तक है सांसे मेरी इस ज़िंदगी की,
मैं बस तेरे साथ जीना चाहता हूँ।
गुस्से से ब्लॉक करने से,
रिश्ते खत्म नही होते,
मगर ब्लॉक होने के बाद,
जो दर्द होता हैं ना तो,
इंसान टूट ही जाता हैं।
मेरी उदासी तुम्हे,
कहा नजर आएगी,
तुम्हे देखकर तो,
हम मुस्कुराने लगते हैं।
बहुत लोग हैं,
उसे खुश रखने के लिए,
एक हम है जो,
उसकी यादों में खुश रहते हैं,
अनजाने में दिल गवा बैठे,
इस प्यार में कैसे धोखा खा बैठे,
उनसे क्या गिला करे,
भूल तो हमारी थी,
जो बिना दिल वाली से दिल लगा बैठे।
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Bewafa Shayari |
Angry Bewafa Shayari
कदर कर लो उनकी जो
तुमसे बिना मतलब की चाहत करते हैं
दुनिया में ख्याल रखने वाले कम
और तकलीफ देने वाले ज्यादा होते हैं।
हम जैसे बर्बाद दिलो का,
जीना क्या और मरना क्या,
आज तेरी महफ़िल से उठे हैं,
कल दुनिया से उठ जाएंगे।
प्यार वो नही,
जो आज ही के दिन किया जाए,
असल प्यार वो है,
जो हर दिन, हर वक़्त,
हर लम्हा किया जाएगा।
दिल भी तोड़ा तो सलीक़े से न तोड़ा तुम ने
बेवफ़ाई के भी आदाब हुआ करते हैं
इस क़द्र मुसलसल थीं शिद्दतें जुदाई की
आज पहली बार उस से मैं ने बेवफ़ाई की
जो मिला उस ने बेवफ़ाई की
कुछ अजब रंग है ज़माने का
काम आ सकीं न अपनी वफ़ाएं तो क्या करें
उस बेवफ़ा को भूल न जाएं तो क्या करें
तुम किसी के भी हो नहीं सकते
तुम को अपना बना के देख लिया
हम ने अक्सर तुम्हारी राहों में
रुक कर अपना ही इंतिज़ार किया
एक ही ख़्वाब ने सारी रात जगाया है
मैंने हर करवट सोने की कोशिश की
रात बजती थी दूर शहनाई
रोया पीकर बहुत शराब कोई
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Bewafa Shayari |
Bewafa Shayari 2 Lines
आज उस ने हंस के यूं पूछा मिज़ाज
उम्र भर के रंज-ओ-ग़म याद आ गए
अब तो कुछ भी याद नहीं है
हम ने तुम को चाहा होगा
आरज़ू वस्ल की रखती है परेशां क्या क्या
क्या बताऊं कि मेरे दिल में है अरमां क्या क्या
जान-लेवा थीं ख़्वाहिशें वर्ना
वस्ल से इंतिज़ार अच्छा था
कटती है आरज़ू के सहारे पे ज़िंदगी
कैसे कहूं किसी की तमन्ना न चाहिए
आख़िरी बार आह कर ली है
मैं ने ख़ुद से निबाह कर ली है
दिल पे कुछ और गुज़रती है मगर क्या कीजे
लफ़्ज़ कुछ और ही इज़हार किए जाते हैं
अजब चराग़ हूं दिन रात जलता रहता हूं
मैं थक गया हूं हवा से कहो बुझाए मुझे
तेरी बेवफाई का सौ बार शुक्रिया,
मेरी जान छूटी… इश्क़-ऐ-बवाल से..!!
रोज़ ढलता हुआ सूरज ये कहता है
मुझसे आज उसे बेवफा हुए एक दिन और हुआ
मिल जायेगा हमें भी कोई टूट कर चाहने वाला !
अब शहर का शहर तो बेवफा नहीं हो सकता !!
अल्फाज़ तो बहुत है मोहब्बत को जताने के लिए !
जो मेरी खामुशी नहीं समझ सका वो मेरी मोहब्बत क्या समझेगा !!
अब के अब तस्लीम कर लें तू नहीं तो मैं सही,
कौन मानेगा कि हम में से बेवफा कोई नहीं।
मेरे फन को तराशा है सभी के नेक इरादों ने,
किसी की बेवफाई ने किसी के झूठे वादों ने।
बेवफाई का मौसम भी अब यहाँ आने लगा है,
वो फिर से किसी और को देख कर मुस्कुराने लगा है..!!
जाते-जाते उसके आखिरी अल्फाज़ यही थे,
जी सको तो जी लेना मर जाओ तो बेहतर है।
महफ़िल में गले मिल के वो धीरे से कह गए,
ये दुनिया की रस्म है मोहब्बत न समझ लेना।
- Breakup Shayari
- Attitude Status For Boys
- Attitude Status For Girls
- Whatsapp Status
- Attitude Shayari
- True Love Shayari
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Bewafa Shayari |
Bewafa Shayari 2022
मुझे शिकवा नहीं कुछ बेवफ़ाई का तेरी हरगिज़,
गिला तो तब हो अगर तूने किसी से निभाई हो।
इस दुनिया में वफ़ा करने वालों की कमी नहीं,
बस प्यार ही उससे हो जाता है जो बेवफा हो।
वाकिफ तो थे तेरी बेवफ़ाई की आदत से,
चाहा इसलिए कि तेरी फितरत बदल जाये।
रोये कुछ इस तरह से मेरे जिस्म से लग के वो,
ऐसा लगा कि जैसे कभी बेवफा न थे वो।
हमसे न करिये बातें यूँ बेरुखी से सनम,
होने लगे तो कुछ कुछ बेवफा से तुम।
उँगलियाँ आज भी इसी सोच में गुम हैं,
कि कैसे उसने नए हाथ को थामा होगा।
कैसे बुरा कह दूँ तेरी बेवफाई को,
यही तो है जिसने मुझे मशहूर किया है।
बंद कर देना खुली आँखों को मेरी आ के तुम,
अक्स तेरा देख कर कह दे न कोई बेवफा।
मेरी वफा फरेब थी मेरी वफा पे खाक डाल ।
तुझसा ही कोई बावफा तुझको मिले खुदा करे।
ज़हर देता है कोई, कोई दवा देता है,
जो भी मिलता है मेरा दर्द बढ़ा देता है।
हो सके तो मुड़ कर देख लेना जाते जाते,
तेरे आने के भरम में ज़िन्दगी गुज़ार लेंगे।
हम जमाने में यूँ ही बेवफ़ा मशहूर हो गये दोस्त,
हजारों चाहने वाले थे किस-किस से वफ़ा करते।
कोई नहीं याद रखता वफ़ा करने वालों को,
मेरी मानो बेवफा हो लो जमाना याद रखेगा।
तुम समझ लेना बेवफा मुझको, मै तुम्हे मगरूर मान लूँगा
ये वजह अच्छी होगी , एक दूसरे को भूल जाने के लिये
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Bewafa Shayari |
Sad Bewafa Shayari
अरे बेपनाह मोहब्बत की थी हमने तुझसे ओ बेवफा !
तुझे दुःख दूं ये न होगा कभी खुद मर जाऊं यहीं ठीक है !!
बहुत अजीब सिलसिले है मोहब्बत इश्क मैं,
कोई वफ़ा के लिए रोया तो कोई वफ़ा कर के रोया।
वफ़ा निभा के वो हमे कुछ दे ना सके
पर बहुत कुछ दे गये जब वो बेवफा हुए
क्यों जिंदगी इस तरह तुम दूर हो गए
क्या बात है जो इस तरह मगरूर हो गए।
हम तरसते रहे तुम्हारा प्यार पाने को
बेवफा बनकर तुम तो मशहूर हो गए।।
हसीनो ने हसीन बनकर गुनाह किया,
औरों को तो ठीक पर हम को भी तबाह किया,
अर्ज़ किया जब ग़ज़लों मे उनकी बेवफ़ाई को तो,
औरों ने तो ठीक उन्होने भी वा वा किया
लफ्ज़ वही हैं, माईने बदल गये हैं !
किरदार वही, अफ़साने बदल गये हैं !
उलझी ज़िन्दगी को सुलझाते सुलझाते !
ज़िन्दगी जीने के बहाने बदल गये हैं !!
तुम अगर याद रखोगे तो इनायत होगी !
वरना हमको कहां तुम से शिकायत होगी !
ये तो बेवफ़ा लोगों की दुनिया है !
तुम अगर भूल भी जाओ जो रिवायत होगी !!
किसी को इतना भी न चाहो कि भुला न सको क्योंकि !
ज़िंदगी इन्सान और मोहब्बत तीनों_बेवफा हैं !!
मोहब्बत से भरी कोई गजल उसे पसंद नहीं,
बेवफाई के हर शेर पे वो दाद दिया करते हैं..!!
आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए !
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए !
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो !
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए !!
मैंने उस से वफ़ा की उम्मीद लगा रखी थी !
जिसके चर्चे आम थे बाजार में बेवफाई के !!
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Bewafa Shayari |
Suicide Bewafa Shayari
इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है !
खामोशियो की आदत हो गयी है !
न सीकवा रहा न शिकायत किसी से अगर है तो !
एक मोहब्बत जो इन तन्हाइयों से हो गई है !!
सिर्फ एक ही बात सीखी इन हुस्न वालों से हमने,
हसीन जिसकी जितनी अदा है वो उतना ही बेवफा है।
हर भूल तेरी माफ़ की तेरी हर खता को भुला दिया,
गम है कि मेरे प्यार का तूने बेवफाई सिला दिया।
जब तक न लगे ठोकर बेवाफ़ाई की,
हर किसी को अपनी पसंद पर नाज़ होता है।
उसने महबूब ही तो बदला है फिर ताज्जुब कैसा,
दुआ कबूल ना हो तो लोग खुदा तक बदल लेते है।
समेट कर ले जाओ अपने झूठे वादों के अधूरे क़िस्से
अगली मोहब्बत में तुम्हें फिर इनकी ज़रूरत पड़ेगी।
कुछ अलग ही करना है तो वफ़ा करो दोस्त,
बेवफाई तो सबने की है मज़बूरी के नाम पर।
इलाही क्यूँ नहीं उठती क़यामत माजरा क्या है,
हमारे सामने पहलू में वो दुश्मन के बैठे हैं।
इस दौर में की थी जिस से वफ़ा की उम्मीद,
आखिर को उसी के हाथ का पत्थर लगा मुझे।
हमें तो कबसे पता था की तू बेवफ़ा है!
तुझे चाहा इसलिए कि शायद तेरी फितरत बदल जाये!!
दिल क्या मिलाओगे कि हमें हो गया यक़ीं,
तुम से तो ख़ाक में भी मिलाया न जाएगा।
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Bewafa Shayari |
बेवफाई शायरी "Shayari On Bewafa"
उसकी ख्वाहिश है कि आँगन में उतरे सूरज,
भूल बैठा है कि खुद मोम का घर रखता है।
रहने दे ये किताब तेरे काम की नहीं,
इस में लिखे हुए हैं वफाओं के तज़करे।
अगले बरसों कि तरह होंगे करीने तेरे,
किसे मालुम नहीं बारह महीने तेरे।
अब देखिये तो किस की जान जाती है,
मैंने उसकी और उसने मेरी कसम खायी है।
सामान बाँध लिया है मैंने भी अब बताओ दोस्त,
वो लोग कहाँ रहते है जो कहीं के नहीं रहते।
कैसे यकीन करें हम तेरी मोहब्बत का,
जब बिकती है बेवफाई तेरे ही नाम से।
जा तुझ को तेरे हाल पे छोड़ा,
इस से बेहतर तेरी सजा भी क्या है।
तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की,
हम बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगे।
उस के यूँ तर्क-ए-मोहब्बत का सबब होगा कोई,
जी नहीं ये मानता वो बेवफ़ा पहले से था।
हम तो जल गये उसकी मोहब्बत में मोमकी तरह,
फिर भी कोई बेवफा कहे तो उसकी वफ़ा को सलाम।
मोहब्बत का नतीजा दुनिया में हमने बुरा देखा
जिन्हे दावा था वफा का उन्हें भी हमने बेवफा देखा
वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से,
हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए।
चाहते हैं वो हर रोज़ नया चाहने वाला.
ऐ खुदा मुझे रोज़ इक नई सूरत दे दे।
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Bewafa Shayari |
Bewafa Shayari For Girlfriend
आख़िर तुम भी आइने की तरह ही निकले,
जो भी सामने आया तुम उसी के हो गए।
हम बेवफा हैं ऐलान किये देते हैं,
चल तेरे काम को आसान किये देते हैं।
किसी का रूठ जाना और अचानक बेवफा होना,
मोहब्बत में यही लम्हा क़यामत की निशानी है।
वफ़ा निभा के वो हमे कुछ दे ना सके
पर बहुत कुछ दे गये जब वो बेवफा हुए
उसकी बेवफाई पे भी फ़िदा होती है जान अपनी,
अगर उस में वफ़ा होती तो क्या होता खुदा जाने।
बेवफा दुनिया में कौन सारी जिंदगी साथ देगा तेरा,
लोग तो दफना कर भूल जाते हैं कि कब्र कौन सी थी।
जिगर हो जायेगा छलनी आँखें खूब रोयेंगीं,
बेवफा लोगों से निभा कर के कुछ नहीं मिलता।
मिला के खाक में दिल को वो इस अंदाज़ में बोले,
मिट्टी का खिलौना था, कहाँ रखने के काबिल था।
जब तक न लगे एक बेवफाई की ठोकर,
हर किसी को अपने महबूब पे नाज़ होता है।
मुझसे मेरी वफ़ा का सबूत मांग रहा है !
खुद बेवफ़ा हो के मुझसे वफ़ा मांग रहा है !!
बेवफाओं की इस दुनियां में संभलकर चलना,
यहाँ मुहब्बत से भी बर्बाद कर देते हैं लोग।
खुश हूँ कि मुझको जला के तुम हँसे तो सही,
मेरे न सही… किसी के दिल में बसे तो सही।
वो बेवफा हर बात पे देता है परिंदों की मिसाल,
साफ साफ नहीं कहता मेरा शहर छोड़ दो।
बहुत अजीब हैं ये मोहब्बत करने वाले,
बेवफाई करो तो रोते हैं और वफा करो तो रुलाते हैं।
तेरी बेवफाई ने हमारा ये हाल कर दिया है,
हम नहीं रोते लोग हमें देख कर रोते हैं।
सिखा मुझसे ही मेरी मोहब्बत ने मोहब्बत करने का हुन्नर !
आज मेरी मोहब्बत गैरों से मोहब्बत रचा बैठी !!
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Bewafa Shayari |
Broken Heart Bewafa Shayari
मुझे मालूम है हम उनके बिना जी नहीं सकते,
उनका भी यही हाल है मगर किसी और के लिये।
तेरा ख़याल दिल से मिटाया नहीं अभी,
बेवफा मैंने तुझको भुलाया नहीं अभी।
बेवफायी का मौसम भी अब यहाँ आने लगा है,
वो फिर से किसी और को देख कर मुस्कुराने लगा है।
मेरी तलाश का है जुर्म या मेरी वफा का क़सूर,
जो दिल के करीब आया वही बेवफा निकला।
पहले इश्क फिर धोखा फिर बेवफ़ाई,
बड़ी तरकीब से एक शख्स ने तबाह किया।
तू भी बेवफा निकला औरों की तरह, सोचा था !
की हम तुझसे ज़माने की बेवफाई का गिला करेंगे !!
अपने तजुर्बे की आज़माइश की ज़िद थी,
वर्ना हमको था मालूम कि तुम बेवफा हो जाओगे।
नज़ारे तो बदलेंगे ही ये तो कुदरत है,
अफ़सोस तो हमें तेरे बदलने का हुआ है।
ये उनकी मोहब्बत का नया दौर है,
जहाँ कल मैं था आज कोई और है।
ट्रैफिक सिग्नल पर आज उसकी याद आ गई,
रंग उसने भी अपना कुछ इसी तरह बदला था।
किस-किस को तू खुदा बनाएगी,
किस-किस की तू हसरतें मिटाएगी,
कितने ही परदे डाल ले गुनाहों पे,
बेवफा तू बेवफा ही नजर आएगी।
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Bewafa Shayari |
Dil Tod Diya Bewafa Shayari
जुल्मो सितम सहते रहे एक बेवफा की आस मे !
डुबो दिया मुझे दरिया ने दो घूट की प्यास में !!
बेवफा से दिल लगा लिया नादान थे हम,
गलती हमसे हुई क्योंकि इंसान थे हम,
आज जिन्हें नज़रें मिलाने में तकलीफ होती है,
कुछ समय पहले उनकी जान थे हम।
छोड़ गए हमको वो अकेले ही राहों में,
चल दिए रहने वो औरों की पनाहों में,
शायद मेरी चाहत उन्हें रास नहीं आई,
तभी तो सिमट गए वो गैर की बाहों में।
एक बेवफा से प्यार का अंजाम देख लो,
मैं खुद ही शर्मशार हूँ उससे गिला नहीं,
अब कह रहे हैं मेरे जनाज़े पे बैठ कर,
यूँ चुप हो जैसे हमसे कोई वास्ता नहीं।
ये नजर चुराने की आदत
आज भी नही बदली उनकी,
कभी मेरे लिए जमाने से और
अब जमाने के लिए हमसे।
मुझे उसके आँचल का आशियाना न मिला,
उसकी ज़ुल्फ़ों की छाँव का ठिकाना न मिला,
कह दिया उसने मुझको ही बेवफा…
मुझे छोड़ने के लिए कोई बहाना न मिला।
माना कि मोहब्बत की ये भी एक हकीकत है फिर भी,
जितना तुम बदले हो उतना भी नहीं बदला जाता।
मुझे शिकवा नहीं कुछ बेवफ़ाई का तेरी हरगिज़,
गिला तो तब हो अगर तूने किसी से निभाई हो।
चलो खेलें वही बाजी जो पुराना खेल है तेरा,
तू फिर से बेवफाई करना मैं फिर आँसू बहाऊंगा।
जल-जल के दिल मेरा जलन से जल रहा,
एक अश्क मेरे आँख में मुद्दत से पल रहा,
जिसका मैं कर रहा हूँ घुट-घुट के इंतजार,
वो बेवफा ना आई मेरा दम निकल रहा।
मेरे कलम से लफ्ज़ खो गए सायद
आज वो भी बेवफा हो गाए सायद
जब नींद खुली तो पलकों में पानी था
मेरे ख्वाब मुझपे रो गए सायद
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी,
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी
प्यार में बेवाफाई मिले तो गम न करना;
अपनी आँखे किसी के लिए नम न करना;
वो चाहे लाख नफरते करें तुमसे;
पर तुम अपना प्यार कभी उसके लिए कम न करना।
मैंने भी किसी से प्यार किया था
उनकी रहो में इंतजार किया था
हमें क्या पता वो भूल ज्यांगे हमें
कसूर उनका नहीं मेरा ही था
जो एक बेवफा से प्यार किया था !!
चलो छोड़ो ये बहस कि वफ़ा किसने की
और बेवफा कौन है
तुम तो ये बताओ कि आज ‘तन्हा’ कौन है !!
ये बेवफा, वफा की कीमत क्या जाने !
ये बेवफा गम-ए-मोहब्बत क्या जाने !
जिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफर !
वो भला प्यार की कीमत क्या जाने !!
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Bewafa Shayari |
आज हमने आपके लिए पोस्ट में बेवफा शायरी लिखी है अगर आपका दिल टूट गया है या आप अपने प्यार की जंग में हार चुके हैं तो ये दर्द भारी बेवफा शायरी "Bewafa Shayari" स्पेशल आपके लिए हैं